नगर पंचायत लंबगांव के वार्ड नंबर 3 व 4 नगर निवासियों का चुनाव बहिष्कार जारी अब तक पड़ा एक वोट।
नहीं मानी एसडीएम की बात
नगर पंचायत लंबगांव के वार्ड नंबर 3 व 4 नगर निवासियों का चुनाव बहिष्कार जारी अब तक पड़ा एक वोट ल
केशव रावत
नहीं मानी एसडीएम की बात
नगर पंचायत लंबगांव के वार्ड नंबर 3 व 4 के नगर निवासियों द्वारा तहसीलदार के माध्यम से डीएम को भेजा गया था चुनाव बहिष्कार का पत्र जिसके चलते पहले पटवारी के माध्यम से लोगों को समझने का प्रयास किया गया फिर अगले दिन वीडियो प्रतापनगर द्वारा लोगों को समझने का प्रयास किया गया और आज वोटिंग के दिन एसडीएम प्रतापनगर IAS आसिमा गोयल स्वयं नगर वासियों से मिलकर समझाने का प्रयास किया गया उनसे वोटिंग करने की अपील की लेकिन नगरवासी नहीं माने नगर वासियों की मांग है कि उनके गांव को नौघर को नगर पंचायत लमगांव से पृथक किया जाए और अब तक 20 करोड़ के कार्यों में नगर के वार्ड नंबर 3 व 4 में कोई भी विकास कार्य नहीं किया गया जिस कारण नगर वासियो में आक्रोश है पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है ग्रामीणों की नहर गूल रास्ते बंजर हो चुके हैं नहरे न बनने से खेती पूरी बंजर हो चुकी है लोग बेरोजगार हैं लोग पलायन को मजबूर हैं और नगर वासियों ने कहा कि लमगांव में फर्जी वोटरों को अब तक हटाया नहीं गया जिस कारण में आक्रोशित हैं नगर वासियो ने यह भी कहा कि अब तक नगर पंचायत में हुए 20 करोड़ के कामों की जांच होनी चाहिए कि आखिर इतना पैसा खर्च हुआ कहां और हम लोग मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं हमारी पीने की पानी की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है खेतों के लिए नहरे गूले नहीं बन पा रही है गूले सारे बंजर हो चुके हैं महिलाओं को रोजगार गारंटी में रोजगार मिलता था आज वे सभी लोग रोजगार से वंचित हैं लोगों को खाने के लाले पड़े हुए हैं गरीबों की स्थिति बहुत खराब है जिस कारण लोग अपने आप को नगर पंचायत से हटकर दोबारा ग्राम पंचायत में आने की मांग कर रहे हैं एसडीएम प्रतापनगर IAS आशिमा गोयल ने लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया और उनकी समस्याओं का समाधान करवाने के लिए लिखित में आश्वासन देने का भी प्रयास किया गया लेकिन ग्रामीण नहीं माने भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला महामंत्री डॉक्टर भान सिंह नेगी ने भी ग्रामीण को समझने का प्रयास किया और वोट करने की अपील की लेकिन ग्रामीण नहीं माने वे अपनी मांगों पर अड़े रहे और उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तब तक वह किसी भी चुनाव में प्रतिभाग नहीं करेंगे।