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प्रतापनगर को एक और अपूर्णीय छती नही रहे सुप्रसिद्ध शिक्षाविद बी0डी0 रतूड़ी।

प्रतापनगर को एक और अपूर्णीय छती नही रहे सुप्रसिद्ध शिक्षाविद बी0डी0 रतूड़ी।

प्रतापनगर क्षेत्र के सभी राजनीतिक व सामाजिक संगठनों द्वारा लंबगांव बाजार में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर दी भावभीनी श्रद्धांजलि

प्रतापनगर क्षेत्र के  भदुरा पट्टी के जेबाला गांव के मूल निवासी, सुप्रसिद्ध शिक्षाविद,उत्तर प्रदेश के समय में उत्तरकाशी, सीतापुर, लखनऊ सहित कई अन्य जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक रहे, हमारे क्षेत्र और समाज में प्रिंसपिल साहब के नाम से विख्यात कर्मयोगी, जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता  विद्या दत्त रतूड़ी जी ने बीती रात्रि को एम्स ऋषिकेश में अंतिम सांस ली, कल सुबह अपने ढालवाला स्थित निवास पर उनकी अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें एम्स ले जाया गया, जहाँ उन्होने रात्रि 12 से 1बजे के बीच अंतिम सांस ली वी0 डी0 रतूड़ी जी का अंतिम संस्कार आज दिन में 1 बजे पूर्णा नन्द घाट ऋषिकेश में किया गया, अंतिम यात्रा ढालवाला स्थित आवास से निकाली गई  वी0 डी0 रतूड़ी जी 95 वर्ष के थे, उनका निधन प्रतापनगर छेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है, उन्होने समाज को सदैव नई दिशा दी, उन्होंने शराब बंदी, कन्या विक्रय पशु बली जैसी कुरीतियों के खिलाफ सभी लोगो को साथ लेकर बड़े बड़े आंदोलन किए,लोगों को जागरूक किया, वो एक आदर्श शिक्षक, कुशल प्रशासक और जाने माने शिक्षाविद रहे, वो अपने गॉव के प्रधान भी रहे, उन्होने  सेवानिवृत होने के बाद  टिहरी से UKD से विधायक का चुनाव भी लड़ा  था जिनका चुनाव निसान मसाल थी। आज के लम्बगांव बाजार के निर्माताओं में वे माइल स्टोन थे, पहले लम्बगांव जेबाला का एक तोक था, लम्बगांव में सरस्वती इंटर कॉलेज खुलने के बाद यहाँ लोगों ने अपने घर बनाने शुरू किए,लम्बगांव इंटर कालेज केवल  प्रतापनगर क्षेत्र का ही नहीं बल्की गाजणा और आरगढ़ पट्टी के लोगों का मुख्य शिक्षा का केंद्र था, विद्या दत्त रतूड़ी जी बहुत लम्बे समय तक इंटर कॉलेज में  प्रधानाचार्य रहे, लोग उन्हें आज भी प्रिंसिपल साहब के नाम से ही जानते रहे है जबकि वो DIOS रहे, वो राष्ट्रपति पुरुष्कार प्राप्त शिक्षक थे। हरिद्वार महाकुम्भ 2010  में उत्तराखण्ड की देव डोलियों /निशान के स्नान की कवायद  वी0 डी0 रतूड़ी जी ने की थी,उन्होंने कई किताबें भी लिखी है,। उन्हें उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड राज्य स्तर सहित राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरुष्कार प्राप्त हुए, विगत 2 वर्ष पूर्व प्रतापनगर नागरिक सम्मान मंच द्वारा उनकी असाधारण सेवाओं के लिए समाज के प्रति समर्पण के लिए उन्हें प्रतापनगर जन भूषण से सम्मानित किया गया वी0 डी0 रतूड़ी जी के निधन से उत्तराखंड ही नहीं देश ने एक बड़ा शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता खो दिया है जिसकी भरपाई  अकल्पनीय है। वी0 डी0 रतूड़ी जी अपनी धर्मपत्नी रेवती देवी रतूड़ी  सहित अपने सुपुत्रों डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, डॉ संपूर्णानन्द,  रविंद्र रतूड़ी, शैलेन्द्र रतूड़ी सहित अन्य दो सुपुत्रो और तीन बेटियों के भरे पूरे परिवार अपने नाती पोतों, परपोतों को छोड़कर अपनी अनंत यात्रा पर निकल गए है,पूज्य गुरूजी, महान कर्मयोगी को  विनम्र श्रद्धांजलि नमन वंदन, करने वालो में प्रतापनगर ब्लॉक प्रमुख प्रदीप रमोला,वरिष्ठ पत्रकार महावीर थलवार, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कुशाल सिंह रावत, पूर्व प्रधान धनराज सिंह पवार, पूर्व प्रधान सतीश रागढ़, व्यापार मंडल के अध्यक्ष युद्धबीर राणा, व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष केशव रावत, व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष केदार बिष्ट, प्रताप सिंह पोखरियाल, फतेह सिंह बग्याल, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष संदीप रावत, जयेंद्र रांगड़, मनीष मेहर आदिलोग शामिल थे

प्रतापनगर ने आज एक और महान  हस्ती को खो दिया है, आधुनिक लम्बगॉव  बाजार के निर्माता को मेरी भावभीनी श्रद्धाजली

 

 

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